MSP क्या है? What is full form of MSP in Hindi

दोस्तों आप लोगों में से बहुत से लोगों ने एमएसपी नाम सुना होगा हो सकता है। कुछ लोग इसके बारे में जानते भी होंगे। और बहुत से लोग ऐसे भी जो लोग एमएसपी (MSP) के बारे में नहीं जानतें हैं। तो दोस्तों आज के इस लेख में हम आपको बतायेंगे कि एमएसपी (MSP) क्या है, Full Form of MSP, Meaning of MSP और हम एमएसपी से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियों के बारे में जानेंगे। इसलिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

What is full form of MSP

यदि हम Full Form of MSP की बात करें तो MSP का Full Form – Minimum Support Price होता है।

MSP Meaning in Hindi

यदि आप भी एमएसपी का मतलब हिंदी में जानना चाहतें हैं तो MSP का अर्थ हिंदी में न्यूनतम समर्थन मूल्य होता है।

MSP क्या है

एमएसपी क्या है – MSP Kya Hai

एमएसपी वह न्यूनतम समर्थन मूल्य होता है, जिस पर सरकार किसानों की ओर से बेचे जाने वाले अनाज की पूरी मात्रा खरीद करने के लिए तैयार रहती है। Minimum Support Price सरकार की ओर से कृषि लागत एवं मूल्य आयोग की सिफारिश पर साल में दो बार रबी और खरीफ के मौसम में की जाती है। किसी फसल की एमएसपी (MSP) इसलिए तय की जाती है ताकि किसानों को किसी हालत में निर्धारित की गई जो न्यूनतम दर मिलती रहे।

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एमएसपी के तहत बुवाई से लेकर कृषि श्रम तक कई तरह की कीमतों को शामिल किया जाता है। वर्तमान में 23 प्रमुख फसलों के लिए यह व्यवस्था लागू है। इन फसलों में चावल, गेहूं, ज्वार, जौ, बाजरा, मक्का और रागी के साथ ही पांच किस्म की दालें, 8 तरह के तेल बीज, कच्चा कपास व जूट, खोपरा, गन्ना और वीएफसी तंबाकू शामिल हैं।

MSP कौन तय करता है?

फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य CACP यानी कृषि लागत और मूल्य आयोग तय करता है। CACP (Commission for Agricultural Costs and Prices) लगभग सभी फसलों के लिए मूल्य तय करता है। हालांकि, गन्ने का समर्थन मूल्य गन्ना आयोग तय करता है। आयोग समय के साथ खेती की लागत के आधार पर फसलों की कम से कम कीमत तय करके अपने सुझाव सरकार के पास निवेश कर रहा है। सरकार इन सभी पर जाँच करने के बाद एमएसपी तयं करती है।

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Minimum Support Price 2020-21

यहाँ पर CACP (Commission for Agricultural Costs and Prices) द्वारा तय किये फसलों के नाम नाम तथा उनके Minimum Support Price दिए गये हैं। जिन्हें आप देख सकतें हैं।

फसल का नामन्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP)
धान (आम)1868
ज्वार (हाइब्रिड)2620
ज्वार (मलदंदी)2640
गेहूं1975
बाजरा2150
मक्का1850
मूंगफली5275
सोयाबीन3880
तूर (अरहर)6000
शीशम6865
मूंगफली5275
उड़द6000
मूंग7196
कपास (मध्यम)5515
कपास (लंबा)5825
रागी3295
रामतिल6695
जौ1600
जूट4225
खोपरा9960

एमएसपी का फायदा – Benifits of MSP

न्यूनतम समर्थन मूल्य किसानों के लिए फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि यदि किसी कारण से फसल के दाम गिरावट होती है, तो भी उन्हें अपनी फसल बेचने पर एक तय कीमत मिलती है।

एमएसपी कब लागू हुआ?

भारत में सबसे पहले वर्ष 1966-67 में गेहूं के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा की गई थी। तब देश में हरित क्रांति की शुरुआत हुई थी और अनाज की तंगी से जूझ रहे देश में कृषी उत्पादन बढ़ाना सबसे प्रमुख लक्ष्य था। फसलों की एमएसपी तय करने में मुख्य आधार कृषि लागत और मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिश होती है।

Conclusion

दोस्तों मुझे उम्मीद है कि अब आप लोग जान गये होंगे कि एमएसपी (MSP) क्या है, Full Form of MSP, Meaning of MSP और एमएसपी से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियों के बारे में। यह लेख आपको कैसा लगा हमें कमेंट्स बॉक्स में लिखकर जरूर बतायें। साथ ही लेख को दूसरों के साथ share करना न भूलें।

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